मेरा वाई.पी.एस पटियाला

कोई कहे स्कूल, कोई विद्यालय, तो कोई कहता पाठशाला है

जी हॉं ये स्कूल कोई और नहीं , यह मेरा वाई.पी.एस पटियाला है ।

यहॉं  आते नन्हे मुन्ने नौनिहाल हैं और तैयार होते युवा बेमिसाल हैं,

यहॉ का हर बच्चा ही निराला है

जी हॉं ये स्कूल कोई और नहीं , यह मेरा वाई . पी. एस पटियाला है ।

यह न केवल पढ़ाई और अनुशासन की पाठशाला है,

यहॉ के ट्रैकिंग, साइकलिंग ,घुड़सवारी और तैराकी जैसी अनगिनत गेम्स का भी                 बोलबाला है

जी हॉं ये स्कूल कोई और नहीं , यह मेरा वाई . पी. एस पटियाला है ।

मेरे स्कूल की इमारत की तो क्या ही बात करूं,

यहॉं का ऑडिटोरियम, ऐमपिथिएटर, क्लॉक टॉवर और मिल्खा सिंह स्टेडियम

अद्भुत और देखने वाला है

जी हॉं ये स्कूल कोई और नहीं , यह मेरा वाई . पी. एस पटियाला है ।
इक दुआ है मेरी तुझसे ऐ खुदा

कभी कम न हो इसके चिरागों का उजाला

सदा  सलामत रहे मेरा वाई. पी . एस पटियाला ।

Mrs. Anupama Juneja, Faculty, Indian Languages